Tuesday, August 14, 2018

काला धन, भ्रष्टाचार और बलात्कारियों की खैर नहीं: नरेंद्र मोदी

भारत अपने स्वतंत्रता दिवस की 72वीं सालगिरह मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले से भाषण की प्रमुख बातें -
8.55 AM:मंजिल अपनी प्रत्यक्ष लिए हम तोड़ रहे हैं ज़ंजीरें
हम बदल रहे हैं तस्वीरें, ये नवयुग है ये नवभारत है
खुद लिखेंगे अपनी तकदीर, हम बदल रहे हैं अपनी तस्वीर
हम निकल पड़े हैं प्रण करके, अपना तन मन अर्पण करके
ज़िद है एक सूर्य उगाना है, अंबर से ऊंचा जाना है, एक भारत नया बनाना है. एक भारत नया बनाना है.
8.52: AM:चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व भारत करे, इसके लिए मैं अधीर हूं. देश अपनी क्षमता और संसाधनों का पूरा लाभ उठाए.
8.50 AM: हम कश्मीर में गोली और गाली से नहीं गले लगाकर आगे बढ़ेंगे.
8.48 AM: हिंसा से किसी का भला नहीं होगा. त्रिपुरा और मेघालय में आतंकवाद पर क़ाबू पाया गया. नस्लवाद पर तेज़ी से काबू पाया जा रहा है. आंतरिक सुरक्षा का एहसास कराया गया.
8.44 AM: संसद में तीन तलाक़ बिल को पारित नहीं होने दिया जा रहा था. संसद में क़ानून लाकर हमने मुस्लिम महिलाओं को राहत दी.
8.42 AM: बलात्कार से देश को मुक्त कराना होगा. पिछले दिनों मध्यप्रदेश के कटनी में पांच दिनों में बलात्कारियों को फ़ांसी की सज़ा सुनाई गई. राजस्थान में भी ऐसा ही हुआ. इन ख़बरों को प्रचारित किया जाना चाहिए. इस मानसिकता, सोच, विकृति पर प्रहार करने की ज़रूरत है. महिलाओं के न्याय, हक़ को पूरा करने में मैं कोई कमी नहीं रखूंगा.मैं आज सशस्त्र सेना में महिलाओं को स्थाई सर्विस देने की घोषणा करता हूं.
8.37 AM: काला धन, भ्रष्टाचार को माफ़ नहीं करेंगे. चाहे कितनी भी कठिनाइयां आएं मैं इसे नहीं छोड़ूंगा. हमने भाई भतीजावाद को ख़त्म कर दिया है. तीन लाख संदिग्ध कंपनियों पर ताले लग गए हैं. आईटी तकनीक का उपयोग किया है. पर्यावरण की मंज़ूरी देने को पारदर्शी बनाया है. आज सुप्रीम कोर्ट में तीन महिला जज बैठी हैं. आज़ादी के बाद पहली कैबिनेट है जिसमें सर्वाधिक महिलाओं को स्थान मिला है.
8.32 AM: आज आप जब खाना खा रहे हैं तो उसी वक्त टैक्स देने वाले लोगों के पैसे से देश के तीन ग़रीब लोग भी खाना खा रहे हैं. इसका पुण्य सरकार को नहीं टैक्सदाताओं को जाता है. 2013 तक डायरेक्ट टैक्स देने वाले चार करोड़ थे. आज यह संख्या क़रीब करीब पौने सात करोड़ हो गई है.
8.24 AM:25 सितंबर को प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान (आयुष्मान भारत योजना) लॉन्च किया जाएगा. इस योजना के तहत दस करोड़ परिवार को इस परियोजना का लाभ मिलेगा. पांच लाख का बीमा हर परिवार को दिया जाएगा.
8:21 AM: WHO ने कहा है कि स्वच्छता अभियान के चलते 3 लाख बच्चे मरने से बचे. देश के सभी लोगों को आरोग्य की सुविधा मिले, मुफ़्त में मिले, इसलिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है. 10 करोड़ परिवारों को इसका लाभ मिलेगा.
8.16 AM: हमारा पूरा ध्यान कृषि को आधुनिक बनाने पर है. हमने किसानों की आय दोगुनी करने का सपना देखा है. कई फ़सलें रिकॉर्ड उत्पादन कर रही हैं. कृषि क्रांति, आर्गेनिक फ़ार्मिंग, सोलर फ़ार्मिंग पर काम चल रहा है. दुनिया में मछली उत्पादन के मामले में हम दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. खादी की बिक्री दोगुनी हो गई है.
8:15 AM: हम मक्खन पर लकीर नहीं पत्थर पर लकीर खींचते हैं.
8:12 AM: आज मैं आपको एक ख़ुशख़बरी सुनाने जा रहा हूँ. हमारा देश अंतरिक्ष की दुनिया में प्रगति करता रहा है. लेकिन हमने संकल्प किया है कि 2022 तक माँ भारती का कोई संतान हो, वो अंतरिक्ष में हाथ में तिरंगा लेकर जाएगा.
8:07 AM: हमने चार साल के अंदर दिल्ली को नॉर्थ ईस्ट के दरवाज़े पर लाकर खड़ा कर दिया है.
8:06 AM: आज नॉर्थ ईस्ट से वैसी ख़बरें आ रही हैं, जो देश को प्रेरणा दे रही हैं.सोए हुए हाथी ने अब दौड़ शुरू कर दी है. दुनिया के अर्थशास्त्री कहने लगे हैं कि आने वाले तीन दशक तक भारत दुनिया की अर्थव्यवस्था को गति देने वाला है.
8:01 AM: पहले दुनिया रेड टेप की बात करती थी और अब रेड कार्पेट की बात होती है.
7:59 AM: हम देशहित के लिए काम करते हैं, दलहित के लिए नहीं. हमारे लिए देश सर्वोपरि है.
7.55 AM: हमने फ़ैसला लिया कि देश के किसानों को एमएसपी पर डेढ़गुना लाभ दिया जाएगा. जीएसटी से व्यापारियों में एक नया विश्वास पैदा हुआ. व्यापारियों को शुरू में कठिनाई आई, लेकिन उन्होंने इसे गले लगाया. बेनामी संपत्ति का क़ानून लागू किया गया. वन रैंक वन पेंशन की मांग पूरी की. हम कड़े फ़ैसले का सामर्थ्य रखते हैं. पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है.
7.55 AM: गुजरात में कहावत है- निशान चूक माफ़, लेकिन नहीं माफ नीचा निशान. लक्ष्य बड़े नहीं होंगे तो विकास की राह भी अटक जाती है. हम बड़े लक्ष्य लेकर आगे बढ़ने का प्रयास करें.
7.49 AM: 2013 की रफ़्तार से शौचालय, गैस कनेक्शन और ऑप्टिकल फ़ाइबर बिछाने का काम करते तो बहुत वक्त लगता. देश वही है, धरती वही है, आसमान वही है, सरकारी दफ़्तर वही है, प्रक्रियाएं वही हैं, फ़ाइलें वही हैं. लेकिन देश दोगुना हाइवे बना रहा है, चार गुना गांवों में घरें बना रहा है, रिकॉर्ड अनाज उत्पादन, रिकॉर्ड ट्रैक्टरों की बिक्री, मोबाइल उत्पादन, आज़ादी के बाद सबसे ज़्यादा हवाई जहाज ख़रीदने का काम कर रहा है. आईआईटी, एम्स खोल रहा है. स्किल डिवेलपमेंट हो रहा है. स्टार्टअप की बाढ़ आई हुई है. दिव्यांग के लिए डिक्शनरी बनाने का काम कर रहा है. 99 पुरानी सिंचाई के बंद पड़े प्रोजेक्ट चला रहे हैं. प्राकृतिक आपदा के लिए सेना पहुंच जाती है. वही सेना जब संकल्प लेकर चल पड़ती है तो वो सर्जिकल स्ट्राइक कर दुश्मनों के दांत खट्टे कर के आ जाती है.
7:48AM: 2014 में इस देश के सवा सौ करोड़ नागरिक सिर्फ़ सरकार बनाकर रुके नहीं थे, लेकिन वे देश बनाने के लिए जुटे भी थे और जुटे रहेंगे भी. यही देश की ताक़त है.
7.44 AM: आज़ादी के बाद बाबा साहेब आंबेडकर के नेतृत्व में समावेशी संविधान का निर्माण हुआ. ये हमारे लिए कुछ ज़िम्मेदारियां लेकर आया है. समाज के हर तबके को आगे ले जाने के लिए संविधान मार्गदर्शन करता रहा है. तिरंगे से प्रेरणा मिलती है कि ग़रीबों को न्याय मिले, सभी को आगे बढ़ने का समान अवसर मिले. समाज व्यवस्था निम्न, मध्यम वर्ग को आगे बढ़ने देने का वातावरण बनाए. महिलाएं, दलित, पीड़ित, शोषित उन्हें आगे बढ़ने का अवसर मिले. दुनिया में हिंदुस्तान की साख और दमक हो. वैसा हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं.
7.43 AM: ये आज़ादी यूं ही नहीं मिली है. आज़ादी के संघर्ष में सपनों को भी संजोया गया. आज़ादी के कई वर्षों पहले सुब्रह्मण्यम भारती ने लिखा था, "भारत पूरी दुनिया को हर बंधनों से मुक्ति पाने का रास्ता दिखाएगा."
7.42 AM: जलियांवाला बाग के नरसंहार के 100 वर्ष हो रहे हैं. मैं उन सभी वीरों को नमन करता हूं.
7.41 AM: बाढ़ में जिन्होंने अपने को खोया है उनके दुख में मैं सहभागी होता हूं.

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